*मुक्त-मुक्तक : 45 - बस इक ख़्वाब.....................
बस इक ख़्वाब मुझ सँग
बुनो कहते कहते ॥
मोहब्बत को मुझको
चुनो कहते कहते ॥
न फिर भी तवज्जोह
पायी उधर से ,
जिन्हे मर गया मैं
सुनो कहते कहते ॥
बुनो कहते कहते ॥
मोहब्बत को मुझको
चुनो कहते कहते ॥
न फिर भी तवज्जोह
पायी उधर से ,
जिन्हे मर गया मैं
सुनो कहते कहते ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति
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